Why the “AD Scientific Index” Methodology is Different and Superior
In today’s academic and scientific world, ranking systems play a crucial role in evaluating the performance of researchers, universities, and institutions. Among these systems, the AD Scientific Index stands out with its unique and superior methodology, setting a new standard for assessing academic productivity and impact. Here’s a look at what makes the AD Scientific Index methodology different and why it is considered superior.
1. Comprehensive Coverage Across Disciplines and Researchers
The AD Scientific Index evaluates more than 1 million scientists from over 25,000 institutions in 197 different branches. This wide-reaching scope provides a global and interdisciplinary perspective, offering valuable insights into fields ranging from natural sciences to social sciences, and from medicine to engineering.
2. Unique Use of Google Scholar Data
Unlike many other ranking systems, the AD Scientific Index relies on Google Scholar profiles to gather data on citations, the H-index, and the i10-index. This allows for a more inclusive analysis, as Google Scholar captures a broader range of academic publications, including theses, conference papers, and non-journal articles, which are often overlooked by other databases.
3. Transparency and Data Accessibility
One of the key advantages of the AD Scientific Index methodology is its transparency. The rankings are based on publicly available profiles, allowing anyone to verify the data used. Researchers and institutions can also request updates or modifications to their profiles if there are discrepancies, ensuring the accuracy and fairness of the rankings.
4. Long-Term and Recent Impact Metrics
The AD Scientific Index offers a detailed analysis of both the overall and the last 5 years’ performance of scientists. This dual approach enables users to assess the long-term productivity of researchers, while also taking into account their recent contributions. Such metrics provide a well-rounded view of a researcher’s influence and progress in their respective fields.
5. No Bias Towards Multi-Author Publications
Many ranking systems often give undue weight to researchers involved in multi-author publications or highly collaborative projects. The AD Scientific Index, however, focuses on the individual productivity of researchers, ensuring that scientists who have made significant independent contributions are not overshadowed by those who participate in large, multi-author projects.
6. Global and Regional Rankings
The AD Scientific Index offers rankings at the global, regional, and institutional levels. This flexibility allows for a more nuanced comparison between universities and scientists, whether on a global stage or within specific regions or countries. Users can explore rankings in various fields, from natural sciences to art and humanities, gaining insights into which institutions excel in particular disciplines.
7. Ethical Research Practices
The AD Scientific Index also plays a role in promoting ethical research by highlighting problematic areas such as citation cartels, self-citations, and other unethical behaviors. By focusing on transparent and unbiased data, the AD Scientific Index helps foster a healthier and more ethical academic environment.
Conclusion
The AD Scientific Index methodology sets itself apart with its inclusive, transparent, and ethically sound approach to evaluating academic productivity. By combining Google Scholar data with long-term and recent impact metrics, it offers a more comprehensive view of academic performance. Its global reach, focus on individual contributions, and commitment to transparency make it a superior tool for evaluating researchers, universities, and institutions worldwide.
“AD Scientific Index” की कार्यप्रणाली क्यों अलग और श्रेष्ठ है
आज की शैक्षणिक और वैज्ञानिक दुनिया में, रैंकिंग सिस्टम शोधकर्ताओं, विश्वविद्यालयों और संस्थानों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन प्रणालियों में, AD Scientific Index अपनी अद्वितीय और श्रेष्ठ कार्यप्रणाली के साथ अलग दिखता है, जो अकादमिक उत्पादकता और प्रभाव का आकलन करने के लिए एक नया मानक स्थापित करता है। आइए जानते हैं कि AD Scientific Index की कार्यप्रणाली क्यों अलग है और इसे श्रेष्ठ क्यों माना जाता है।
1. विभिन्न विषयों और शोधकर्ताओं में व्यापक कवरेज
AD Scientific Index 25,000 से अधिक संस्थानों के 10 लाख से अधिक वैज्ञानिकों का 197 विभिन्न शाखाओं में मूल्यांकन करता है। यह व्यापक दृष्टिकोण वैश्विक और अंतःविषय दृष्टिकोण प्रदान करता है, जिससे प्राकृतिक विज्ञान से लेकर सामाजिक विज्ञान और चिकित्सा से लेकर इंजीनियरिंग तक के क्षेत्रों में मूल्यवान जानकारी मिलती है।
2. Google Scholar डेटा का अद्वितीय उपयोग
अन्य रैंकिंग प्रणालियों के विपरीत, AD Scientific Index Google Scholar प्रोफाइल का उपयोग करके उद्धरण, H-इंडेक्स और i10-इंडेक्स पर डेटा एकत्र करता है। यह समावेशी विश्लेषण की अनुमति देता है, क्योंकि Google Scholar कई प्रकार के अकादमिक प्रकाशनों को कैप्चर करता है, जिनमें थीसिस, सम्मेलन पत्र और गैर-जर्नल लेख शामिल हैं, जिन्हें अक्सर अन्य डेटाबेस द्वारा अनदेखा किया जाता है।
3. पारदर्शिता और डेटा की पहुंच
AD Scientific Index की कार्यप्रणाली का एक प्रमुख लाभ इसकी पारदर्शिता है। रैंकिंग सार्वजनिक रूप से उपलब्ध प्रोफाइल पर आधारित होती है, जिससे कोई भी उपयोग किए गए डेटा को सत्यापित कर सकता है। शोधकर्ता और संस्थान यदि कोई विसंगति है, तो वे अपने प्रोफाइल में अपडेट या संशोधन का अनुरोध कर सकते हैं, जिससे रैंकिंग की सटीकता और निष्पक्षता सुनिश्चित होती है।
4. दीर्घकालिक और हाल के प्रभावशाली मेट्रिक्स
AD Scientific Index वैज्ञानिकों के समग्र और पिछले 5 वर्षों के प्रदर्शन दोनों का विस्तृत विश्लेषण प्रदान करता है। यह दोहरी दृष्टिकोण उपयोगकर्ताओं को शोधकर्ताओं की दीर्घकालिक उत्पादकता का आकलन करने में सक्षम बनाता है, साथ ही उनके हाल के योगदानों को भी ध्यान में रखता है। ऐसे मेट्रिक्स शोधकर्ताओं के प्रभाव और उनकी प्रगति का एक संतुलित दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
5. बहु-लेखक प्रकाशनों के प्रति कोई पक्षपात नहीं
कई रैंकिंग प्रणालियाँ अक्सर बहु-लेखक प्रकाशनों या उच्च सहयोगी परियोजनाओं में शामिल शोधकर्ताओं को अत्यधिक महत्व देती हैं। हालांकि, AD Scientific Index शोधकर्ताओं की व्यक्तिगत उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करता है, यह सुनिश्चित करता है कि जिन वैज्ञानिकों ने स्वतंत्र रूप से महत्वपूर्ण योगदान दिया है, वे बड़े, बहु-लेखक परियोजनाओं में भाग लेने वालों की छाया में न आएं।
6. वैश्विक और क्षेत्रीय रैंकिंग
AD Scientific Index वैश्विक, क्षेत्रीय, और संस्थागत स्तरों पर रैंकिंग प्रदान करता है। यह लचीलापन विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिकों के बीच अधिक विस्तृत तुलना की अनुमति देता है, चाहे वह वैश्विक स्तर पर हो या विशिष्ट क्षेत्रों या देशों के भीतर। उपयोगकर्ता विभिन्न क्षेत्रों में रैंकिंग का अन्वेषण कर सकते हैं, जैसे कि प्राकृतिक विज्ञान से कला और मानविकी, यह जानने के लिए कि कौन से संस्थान विशेष अनुशासन में उत्कृष्ट हैं।
7. नैतिक अनुसंधान प्रथाएं
AD Scientific Index उद्धरण गठबंधन, स्व-उद्धरण, और अन्य अनैतिक व्यवहार जैसी समस्याग्रस्त क्षेत्रों को उजागर करके नैतिक अनुसंधान को बढ़ावा देने में भी भूमिका निभाता है। पारदर्शी और निष्पक्ष डेटा पर ध्यान केंद्रित करके, AD Scientific Index एक स्वस्थ और अधिक नैतिक शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देने में मदद करता है।
निष्कर्ष
AD Scientific Index की कार्यप्रणाली अपनी समावेशी, पारदर्शी, और नैतिक दृष्टिकोण के साथ अकादमिक उत्पादकता का मूल्यांकन करने में सबसे अलग है। Google Scholar डेटा को दीर्घकालिक और हालिया प्रभाव मेट्रिक्स के साथ जोड़कर, यह अकादमिक प्रदर्शन का अधिक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है। इसका वैश्विक दायरा, व्यक्तिगत योगदान पर ध्यान और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता इसे दुनिया भर में शोधकर्ताओं, विश्वविद्यालयों और संस्थानों का मूल्यांकन करने के लिए एक श्रेष्ठ उपकरण बनाता है।
Leave a Reply